तुलसी मुख्य रूप से पांच प्रकार के पायी जाती है! श्याम तुलसी, राम तुलसी, श्वेत/विश्नू तुलसी, वन तुलसी, और नींबू तुलसी(कपूर तुलसी)।
इन पांच प्रकार की तुलसी विधि द्वारा अर्क निकाल कर अधिकतर पंचतुलसी HERBSJOY PANCH TULSI का निर्माण किया जाता है।
👉यह संसार की एक बेहतरीन
👉एंटी-ऑक्सीडेंट,
👉एंटी- बैक्टीरियल,
👉एंटी- वायरल,
👉एंटी- फ्लू,
👉एंटी- बायोटिक,
👉एंटी-इफ्लेमेन्ट्री व
👉एंटी–डिजीज है।
Best water Purifier & blood Purifier
“जानिये पंचतुलसी HERBSJOY PANCH TULSI के अदभुत फायदे”
👉पंचतुलसी HERBSJOY PANCH TULSI के 2 बून्द एक ग्लास पानी में या 5 बून्द एक लीटर पानी में डाल कर पांच मिनट के बाद उस जल को पीना चाहिए। इससे पेयजल विष और रोगाणुओं से मुक्त होकर स्वास्थवर्धक पेय हो जाता है।
👉पंचतुलसी HERBSJOY PANCH TULSI एक बेहतरीन विष नाशक तथा शरीर के विष (toxins) को बाहर निकलती है।
👉पंचतुलसी HERBSJOY PANCH TULSI स्मरण शक्ति को बढ़ाता है।
👉पंचतुलसी HERBSJOY PANCH TULSI शरीर के लाल रक्त सेल्स (RBC) (Haemoglobin) को बढ़ने में अत्यंत सहायक है।
👉पंचतुलसी HERBSJOY PANCH TULSI भोजन के बाद एक बूँद सेवन करने से पेट सम्बन्धी बीमारियां बहुत कम लगती है।
👉पंचतुलसी HERBSJOY PANCH TULSI अर्क के 2–4 बूँदे पीने से महिलाओ को गर्भावस्था में बार बार होने वाली उल्टी की शिकायत ठीक हो जाती है।
👉आग के जलने व किसी जहरीले कीड़े के कांटने से तुलसी HERBSJOY PANCH TULSI अर्क को लगाने से विशेष राहत मिलती है।
👉दमा व खाँसी में तुलसी के दो बुँदे थोड़े से अदरक के रस तथा शहद के साथ मिलाकर सुबह – दोपहर – शाम सेवन करे।
👉यदि मुँह में से किसी प्रकार की दुर्गन्ध आती हो तो तुलसी अर्क HERBSJOY PANCH TULSI की एक बूँद मुँह में डाल लें, दुर्गन्ध तुरंत दूर हो जाएगी।
👉दांत का दर्द, दांत में कीड़ा लगना, मसूड़ों में खून आना इत्यादि में तुलसी HERBSJOY PANCH TULSI की 4–5 बूँदे पानी में डालकर कुल्ला करना चाहिए।
👉कान का दर्द, कण का बहना, तुलसी HERBSJOY PANCH TULSI अर्क को हल्का गरम करके एक -एक बूंद कान में टपकाने से आराम मिलेगा।
👉नाक में पिनूस रोग हट जाता है, इसके अतिरिक्त फोड़े–फुंसिया भी निकल आती है, दोनों रोगो में बहुत तकलीफ होती है I तुलसी अर्क HERBSJOY PANCH TULSI को हल्का सा गरम करके एक–एक बूंद नाक में टपकाएं।
👉गले में दर्द, गले व मुँह में छाले, आवाज़ बैठ जाना:
तुलसी अर्क HERBSJOY PANCH TULSI की 4–5 बूँदे गरम पानी में डालकर कुल्ला करना चाहिए।
👉सर दर्द,बाल सफ़ेद होना ,अत्यधिक बाल झड़ना व सिकरी की समस्या में तुलसी अर्क HERBSJOY PANCH TULSI की 5-7 बूंदे हर्बल हेयर आयल के साथ मिलाकर सर, माथे तथा कनपटियो पर लगाये।
👉तुलसी अर्क HERBSJOY PANCH TULSI की 8–10 बूँदे मिलकर शरीर में मलकर रात्रि में सोये, मच्छर नहीं काटेंगे।
👉कूलर के पानी में तुलसी HERBSJOY PANCH TULSI के 8–10 बूँदे डालने से सारा घर विषाणु और रोगाणु से मुक्त हो जाता है, तथा मक्खी-मच्छर भी घर से भाग जाते है।
👉जुएं व लीखों की समस्या में तुलसी और नीबू का रस समान मात्रा में मिलाकर सर के बालो में अच्छे तरह से लगाये। 3–4 घंटे तक लगा रहने दे। और फिर धोये अथवा रात्रि को लगाकर सुबह सर धोए। जुएं व लिखे मर जाएगी।
👉त्वचा की समस्या में निम्बू रस के साथ तुलसी HERBSJOY PANCH TULSI की 4–5 बूँदे डालकर प्रयोग करे।
👉तुलसी HERBSJOY PANCH TULSI में सुन्दर और निरोग बनाने की शक्ति है। यह त्वचा का कायाकल्प कर देती है I यह शरीर के खून को साफ करके शरीर को चमकीला बनती है।
👉तुलसी HERBSJOY PANCH TULSI अर्क की दो बूँदे एलो जैल क्रीम में मिलाकर चेहरे पर सुबह व रात को सोते समय लगाने पर त्वचा सुन्दर व कोमल हो जाती है तथा चेहरे से प्रत्येक प्रकार के काले धेरे, छाइयां, कील मुँहासे व झुरिया नष्ट हो जाती है।
👉सफ़ेद दाग ;-10 ml तेल व नारियल के तेल में 20 बूँदें तुलसी HERBSJOY PANCH TULSI अर्क की मिलाकर सुबह व रात सोने से पहले अच्छी तरह से मले।
👉तुलसी HERBSJOY PANCH TULSI अर्क के नियमित उपयोग से कोलेस्ट्रोल का स्तर कम होने लगता है, रक्त के थक्के जमने कम हो जाते है व हार्ट अटैक और कोलैस्ट्रोल की रोकथाम हो जाती है।
👉तुलसी HERBSJOY PANCH TULSI अर्क की कुछ बूंदों को किसी भी अच्छी क्रीम में मिला कर लगाने से प्रसव के बाद पेट पर बनने वाले लाइने (स्ट्रेच मार्क्स) दूर हो जाते है।
👉यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है।।
👉रक्तचाप,गैस तेजाब,मूत्र सम्बधी समस्या,चमड़ी सम्बधी समस्या,एड्स,केंसर,Hiv इत्यादि रोगी को यह जरूर प्रयोग करनी चाहिए।।इस एक सामान्य इंसान भी ले सकता है हमेशा स्वस्थ रहने के लिए।।
👉तुलसी को आयुर्वेद व प्राचीन ग्रन्थ इत्यादि में माता का नाम दिया गया है और माता ही है।।ओर आप सभी साथियों को पता है कि हर इंसान धोखा दे सकता है मग़र कभी मां इंसान को धोखा नही देती है।।अगर तुलसी माता का प्रयोग गोमुत्र के साथ किया जाए तो ओर भी ज्यादा बेहतर परिणाम मिलेंगे।।