Ayurvedic Treatment of Nipahvirus
गिलोयघन बटी 2-2
त्रिफला घन बटी 2-2
त्रिभुवन कीर्ति रस 1-1
सर्व प्रथम त्रिभुवन कीर्ति रस की एक गोली को बारीक पीस कर 125 मि ग्रा मुक्ताशुक्ति पिष्टी व 100 मि ग्रा टंकण भस्म मिलाकर इसमे थोडा शहद लगभग आधा टी स्पून मिलाकर चाट लें ऊपर से उपरोक्त वर्णित गोलियां भी बकरी ,गाय,भैंस के 150 मि लि धारोष्ण दूध से ले लें ,ऐसी खुराक दिन में दो बार सुबह -शाम लें || दिन मे तीन बार 2-2 गोली छर्दिरिपु बटी की चूस लें |गर दिमाग में चक्कर भी हो तो ब्रह्मी बटी भी 1-1 मिला लें ||
पथ्य हल्का सुपाच्य भोजन करें
(कृपया आयुर्वेद चिकित्सक के परामर्श से इन औषधियों का सेवन करें)