ग्रीन टी से जुड़े वो 7 झूठ, जिनको अभी तक सच मानते आए हैं आप ग्रीन टी के फायदे देख कर उसकी तरफ लपकने वालों, ये पढ़ लो, हम बता रहे हैं ग्रीन-टी के बारे में वो 7 झूठ जिनको आप सच मानते हैं। ये भी कोई कहने की बात है, ग्रीन टी के फायदे कौन नहीं जानता है, जिसको देखो वो आज की तारीख में ग्रीन-टी पी रहा है।
दरअसल इस चाय के साथ एक तरह से ग्लैमर जुड़ गया है। फिल्मी सितारे अपनी फिटनेस का श्रेय ग्रीन टी को देते हैं। जिसका असर ये हुआ ये तेजी से लोकप्रिय हो गई है। सबसे खास बात ये है कि ग्रीन टी को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद तक कहा जा रहा है। ये भी कहा जा रहा है कि ग्रीन टी पीने से वजन कम हो सकता है। अब हम आपको बताते हैं कि ग्रीन टीको लेकर कुछ बातें एकदम झूठ हैं।
ग्रीन टी से जुड़े इन्ही झूठों के बारे मेंहम आपको बताने वाले हैं। ध्यान से पढ़िएगा
1- जितना ग्रीन टी पियो उतना अच्छा ग्रीन टी को लेकर पहला झूठ ये कहा जाता है कि इस से वजन कम होता है। दिन में जितना ग्रीन टी पिएंगे वजन उतना कम होगा। अब आपको इस दावे की हकीकत बताते हैं। वजन कम करने के लिए दिन में 3 कप ग्रीन टी काफी है। इस से ज्यादा पीने पर सिर में दर्द हो सकता है| यहां तक कि डायरिया भी हो सकता है। तो आप भी 3 कपसे ज्यादा हरी चाय न पिएं।
2- सुबह खाली पेट फायदेमंद है ग्रीन टीअब ये बात किसी से छुपी नहीं है कि सुबह पेट खाली होता है। खाली पेट पानी पीने के कई फायदे होते हैं, लेकिन आजकल ये कहा जा रहा है कि खाली पेट ग्रीन टी पीने से सेहत अच्छी रहती है। हम आपको बताते हैं कि ग्रीन टी में कैफीन होता है, खाली पेट इसे पीना हानिकारक हो सकता है। आपको एसिडिटी भी हो सकती है। दिन में ग्रीन टी पीना ज्यादा अच्छा है।
3- ग्रीन टी से नींद पर असर नहीं कहने वाले तो ये भी कहते हैं कि सामान्य चाय की तुलना में ग्रीन टी का नींद पर कोई असर नहीं होता है। यानि ग्रीन टी का नींद से कोई संबंध नहीं है। इस दावे की हकीकत भी हम आपको बता देते हैं। ग्रीन टी के एक कप में 25 मिलिग्रामकैफीन होती है, इस से रात की नींद खराब हो सकती है। तो ग्रीन टी उतना ही पिएं जितना नुकसानदेह न हो।
4- एसिडिटी होने पर ग्रीन टी पिएं लोगों ने तो ग्रीन टी को अलादीन का चिराग बना दिया है। कोई भी समस्या हो ग्रीन टी उसका इलाज है, कहते हैं कि एसिडिटी होने पर ग्रीन टी पीने से फायदा होता है। ग्रीन टी में टैनिन होता है, इस से एसिडिटी बढ़ने के उतने ही चांस रहते हैं जितना सामान्य चाय से, तो इसलिए दिन में 3 कप से ज्यादा ग्रीन टी एसिडिटी को निमंत्रण है। इस से बच के रहें।
5- गर्भावस्था में ग्रीन-टी फायदे मंद ग्रीन टी के सवयंभू विशेषज्ञ ये भी कहते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिला जितना ग्रीन टी का सेवन करेगी उतना ही उसके लिए अच्छा होगा। जबकि हकीकत ये है कि ग्रीन टी में कैफीन और टैनिन्स होते हैं। इसका ज्यादा सेवन वो भी प्रेग्नेंसी के दौरान हानिकारक हो सकता है। मां और बेटा पर इसका नेगेटिव असर हो सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान डॉक्टर की सलाह पर ही कोई काम करें।
6- जितनी पुरानी ग्रीन टी, उतनी अच्छी ग्रीन टी न हुई शराब हो गई, जितनी पुरानी उतनी अच्छी, लोग भी क्या क्या बातें बना देते हैं। ग्रीन टी जितनी पुरानी होती है वो उतनी ही बेकार हो जाती है। 6 महीने से ज्यादा पुरानी ग्रीन टी से एंटी ऑक्सिडेंट्स पावर कम हो जाती है। इसलिए ग्रीन टी को लंबे समय तक बचा कर रखने से बचें, इसको लाएं और इस्तेमाल करें। ये चाय है शराब नहीं कि जितनी पुरानी उतनी अच्छी |
7- ग्रीन-टी का कोई साइड इफेक्ट नहीं अब ये भी सुन लो, कहते हैं कि ग्रीन टी का कोई साइड इफेक्ट नहीं है, जैसे इसे अमरता प्राप्त है। सच्चाई ये है कि इसके भी कुछ साइड इफेक्ट होते हैं। ज्यादा ग्रीनटी पीने से शरीर में कैल्शियम अब्सॉर्ब्शन कम हो जाता है। इस से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। शरीर में खून की कमी भी हो सकती है।
तो ये थे ग्रीन टी से जुड़े वो झूठ जिनको हम सच मानते आए हैं। लेकिन अब आपको पता चल गया है कि हकीकत क्या है।