अम्लता को अँग्रेजी मे कहते है असिडिटी !!
असिडिटी यानी अम्लता 2 तरह की होती है !
1 पेट कि अम्लता होती है ! और 1 रक्त (ब्लड) की अम्लता होती है!
पेट मे अम्लता होने पर पेट मे जलन सी होती है और खट्टी डकार आती है ! मुंह से खट्टा पानी निकलता है ! जब ये अम्लता (असिडिटी) और अधिक बढ़ जाये ! तो इससे कहते है हयपेरसिडिटी ! और जब यही पेट की अम्लता और बढ़ते–बढ़ते रक्त मे आती है तो ये रक्त अमलता या ब्लड असिडिटी कहालती है !!
और जब ये ब्लड असिडिटी बढ़ती है तो ये अम्लता रक्त (ब्लड) दिल की नलियो मे से निकल नहीं पाता और दिल की नलियो मे ब्लॉकेज कर देता है और इससलिए हार्ट अटॅक होता है ! और यही हार्ट अटॅक का सबसे बड़ा कारण है !
इलाज करने का उपाए ??
जब भी रक्त (ब्लड) मे अम्लता(असिड़ती) बढ़ जाए तो आप छारीय चीजों का उपयोग करो !
2 तरह की चीजे होती है !
अमलीय और छारीय !!
(आसिड आंड आल्कलाइन )
अमल और छार को मिला दो तो (आसिड आंड आल्कलाइन को मिला दो तो ) न्यूट्रल होता है !
जब रक्त कि अमलता बढ़ी हुई हो तो छारीय(आल्कलाइन) चीजे प्रयोग करे ! तो रक्त की अमलता (असिडिटी) सामान्य हो जाएगी ! और रक्त मे अम्लता सामान्य (न्यूट्रल) हो जायगी ! तो हार्ट अटॅक की संभावना सामप्त हो जायगी !
छारीय चीज़े जो आप खा सकते है!
लोकी (दुदी) भी कहते है और इंग्लीश मे इसे कहते है बॉटल गोर्ड ! जिसे हम सब्जी के रूप मे खाते है ! तो आप रोज लोकी का रस 200 से 300 मिलीग्राम या कच्ची लोकी खाये ! सुबह खाली पेट (टाय्लेट जाने के बाद ) या नाश्ते के आधे घंटे के बाद पी सकते है ! इसमे 7-10 पत्ते के तुलसी के और पुदीने के 7-10 पत्ते और काला नमक या सेंधा नमक जरूर डाले ! दूसरा आयोडीन युक्त नमक कभी न डाले यह अम्लीय है !
अर्जुन की छाल ! इसकी छाल किसी भी पंसारी की दुकान पर मिल जाती है
2 चम्मच अर्जुन को छाल को डेड गिलास पानी मे गर्म करे जब पानी आधा रह जाए तो इसे छान लीजिये और बिलकुल ठंडा होने के लिए छोड़ दीजिये और सुबह और शाम खाली पेट पीजिए ! बहुत ही ज्यादा लाभकारी है हार्ट की ब्लॉकेज के लिए ,कोल्सट्रोल के लिए ,यूरिक एसिड के लिए ! 2-3 महीने मे आपकी सारी हार्ट की ब्लॉकेज ठीक कर देगा !
अर्जुन की छाल को आप 1-2 चम्मच सुबह और शाम चाय या दूध मे डाल सकते है और उपयोग कर सकते है यह भी एक अच्छा प्रयोग है!
2 चम्मच अर्जुन की छाल को रात को काँच के बर्तन मे 1 गिलास पानी मे डाल कर रख दे और सुबहा जब तक उबले जब तक पानी 1/2 रह जाए और थोड़ा दूध मिला कर चाय की तरहा प्रयोग करे ! लाभ होगा!