Thyroid in (थाइरोइड)
हेल्लो दोस्तों ! आज मै आपको इस पोस्ट में थाइरोइड की बीमारी के बारे में बताऊंगा और मै आपको थाइरोइड के प्रकार,लक्षण,कारण और उसकी होम्योपैथिक दावा के बारे में बताऊंगा.
थायरॉयड ग्रंथि थायरोक्सिन (Thyroxine) हार्मोन का उत्पादन अधिक करती है.थायरॉयड एक छोटी सी तितली के आकार की ग्रंथि होती है जो आपकी गर्दन के आगे वाले हिस्से में स्थित होती है।यह ग्रंथि टेट्रायोडोथायरोनिन (टी4) (Tetraiodothyronine) और ट्रीओडोथायरोनिन (टी3) (Triiodothyronine) नामक हार्मोन बनती है.यह हार्मोन आपकी कोशिकाओं को ऊर्जा इस्तेमाल करने में नियंत्रित करते हैं।
थायराइ विकार दो प्रकार के होते हैं
1. हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism
2. हाइपरथायराइडिज्म (Hyperthyroidism
हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण –
ध्यान केंद्रित करने में असमर्थतावजन का बढ़नाअनियमित दिलभूख में वृद्धिघबराहटबेचैनीकी धड़कननींद आने में कठिनाईनाज़ुक बालखुजलीबाल झड़नामतली और उल्टीपुरुषों में स्तन विकासचक्कर आनासाँस लेने में कठिनाईबेहोशीतेज या अनियमित हृदय की गति
हाइपोथायरायडिज्म के कारण –
दोस्तों वैसे तो थाइरोइड के बहुत से कारण है.
लेकिन IODIN की कमी और गलत दवा का सेवन
(यहाँ गलत दवा से तात्पर्य यह कि बहुत से लोग पतले होने के लिए कई दवा का USE कर लेते है )
हां !पतले होने के लिए Herbsjoy Green Coffee Bean Extract Capsules, Herbsjoy Panch Tulsi का प्रयोग लाभकारी है
हाइपोथायरायडिज्म कि होम्योपैथिक दवा जो दवा सीधे जबान पर तपकानी है उसे LIQUID में लेनी है.
1- THYROIDIUM 30 (2 बूंद ३ बार सीधे जबान पर टपका ले)
2- IODIUM 30 (2 बूंद ३ बार सीधे जबान पर टपका ले)
3- CALCAREA CARB 3X (4 गोली ३ बार चूस ले )
दोस्तों आप हर ३ महीने में अपना T3 , T4, TSH का CHECKUP कराते रहे और ये दावा अपने डॉक्टर की देख रेख मे ही ले |