लीवर से निकलने वाला बाइल यानी की पीले रंग का वह रस जिसका मुख्य कार्य होता है वसा को शरीर में तोड़ना। पित्त का उतार-चढ़ाव शरीर के लिए बडी परेशानी पैदा कर सकता है। जब भी बाइल जूस आंत से ऊपर उठ कर पेट और गले में जाता है तो उल्टी, चक्कर, पेट दर्द और हृदय में जलन जैसी समस्या पैदा हो जाती है। चलिए जानते हैं बाइल जूस के उतार-चढ़ाव को कैसे ठीक किया जाए।
प्राकृतिक उपचार
आमतौर पर यह समस्या ज्यादा खा लेने की वजह से आती है। इसलिए सोने से 3-4 घंटे पहले ही खा लेना चाहिए जिससे खाना अच्छे से हज़म हो जाए और परेशानी न हो।
कोशिश करें की कम-कम मात्रा में आहार का सेवन करें जिससे कि बाइल ज्यादा न बनें। रात में कम वसा वाला ही भोजन खाएं।
डिनर में कभी भी तेल और मसालेदार युक्त भोजन न करें। यह पित्त को बढ़ाएगा और लीवर को फैट बर्न करने के लिए ज्यादा कार्य करना पड़ेगा।
अगर आपको पित्त की ज्यादा परेशानी है तो रात में फलों का जूस न पिएं। ऐसे जूस जिसमें एसिड पाया जाता है जैसे, नींबू, मुसम्मी और संतरा लीवर में बाइल के प्रोडक्शन को और भी ज्यादा बढ़ा देते हैं। इन रसों में सिट्रस एसिड पाया जाता है। यही नहीं रात को शराब पीने से भी बचना चाहिए।
पेट में गडबडी का कारण कैफीन, चॉकलेट, टमाटर, पुदीना, सिट्रस फ्रूट, सोडा और वसा युक्त आहार होते हैं, इसलिए इन्हें आपने भोजन में कम शामिल करें।
बाइल को ऊपर आने से रोकने के लिए अपने सिर को ऊपर की तरफ रखें। सोने से पहले थोड़ा सा टहलना जरुरी है जिससे खाना हज़म हो जाए और बाइल से मुक्ती मिल सके।
पित्त के ऊतार-चढ़ाव को खत्म करने के लिए रोज़ाना व्यायाम करें। यह सबसे बढि़यां प्राकृतिक उपचार है इससे मुक्ती पाने के लिए।
शरीर में कभी पानी की कमी न होने दें। हमेशा सोने से पहले गरम पानी का सेवन करें।