Chakli Recipe: चकली एक पारंपरिक भारतीय नमकीन है, जो स्वाद में कुरकुरी और आकार में गोल होती है। इसे आमतौर पर दिवाली जैसे त्योहारों पर बनाया जाता है। विभिन्न भारतीय राज्यों में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है और इसे विभिन्न प्रकार के आटे से तैयार किया जाता है। गुजरात में इसे चकरी के नाम से जाना जाता है, जबकि महाराष्ट्र और उत्तरी भारत में इसे चकली कहते हैं, और इसे मुख्य रूप से गेहूं के आटे से बनाया जाता है। दक्षिण भारतीय राज्यों में इसे चावल के आटे से तैयार किया जाता है और मुरुक्कू के नाम से जाना जाता है।
यहां गेहूं के आटे से चकली बनाने की विधि दी गई है: सबसे पहले, गेहूं के आटे को भाप में पकाया जाता है। इसके बाद, तिल, हरी मिर्च और अदरक का पेस्ट, मसाले और दही डालकर आटा तैयार किया जाता है। फिर, चकली की मशीन का उपयोग करके आटे से चकली बनाई जाती है, जिन्हें तेल में तलकर कुरकुरा बनाया जाता है।
चकली | Chakli Recipe
पूर्व तैयारियों का समय: 40 मिनट
पकाने का समय: 20 मिनट
सर्विंग: 2 लोगो के लिए
सामग्री | Ingredients
- 1 कप गेहूं का आटा
- 1 टेबलस्पून अदरक-हरी मिर्च का पेस्ट
- 1 टेबलस्पून तिल
- 1 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर
- 1/4 टीस्पून हल्दी पाउडर
- 3/4 कप दही, जरूरत अनुसार
- 1½ टेबलस्पून तेल, तलने के लिए
- स्वाद अनुसार नमक
चकली बनाने की विधि | Chakli Banane Ki Vidhi
Step-1: गेहूं के आटे को एक छोटे डिब्बे में डालें जो प्रेशर कुकर के अंदर आराम से फिट हो सके। डिब्बे को ढक्कन से अच्छी तरह से बंद कर दें। फिर, एक 3-5 लीटर क्षमता वाले स्टील या एल्यूमिनियम के प्रेशर कुकर में 2 कप पानी डालें और कुकर में एक स्टैंड रखें। अब इस स्टैंड के ऊपर डिब्बा रख दें।
Step-2: प्रेशर कुकर को बंद कर दें और मध्यम आंच पर 4-5 सीटी या लगभग 15-18 मिनट तक भाप में पकने दें। इसके बाद गैस को बंद कर दें और कुकर को 5-7 मिनट के लिए ठंडा होने के लिए छोड़ दें।
Step-3: प्रेशर कुकर का ढक्कन खोलें और सावधानी से (नैपकिन का उपयोग करके) डिब्बे को बाहर निकालें। फिर, डिब्बे का ढक्कन खोलें।
Step-4: डिब्बे को उलटकर आटे को एक परात में निकालें। आप देख सकते हैं कि आटा भाप में पकने के बाद पूरी तरह से सख्त हो गया है।
Step-5: आटे को मूसल से पीसकर पाउडर बना लें।
Step-6: छानने के बाद, सभी छोटे और बड़े टुकड़ों को निकाल दें। बड़े टुकड़ों को फिर से मूसल से तोड़ें और पुनः छान लें।
Step-7: इसमें अदरक और हरी मिर्च का पेस्ट, तिल, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, आधा कप दही, तेल और नमक डालें।
Step-8: अच्छी तरह से मिश्रित कर लें।
Step-9: सख्त आटा गूँथने के लिए, यदि ज़रूरत हो, तो बचा हुआ 1/4 कप दही डालें। आटे की गाढ़ाई को ध्यान में रखते हुए दही की मात्रा बदल सकती है।
Step-10: चकली या सेव बनाने की मशीन और चकली बनाने वाली जाली (जो स्टार के आकार के छेद वाली होती है) को लें। मशीन की अंदरूनी सतह और जाली पर तेल लगाकर उसे चिकना कर लें।
Step-11: मशीन में चकली के जाली को सही से स्थापित करें। आटे को लंबा और गोल आकार में तैयार करें और इसे मशीन के अंदर डालें। फिर मशीन का ढक्कन बंद करें। अब मशीन चकली बनाने के लिए तैयार है। एक प्लेट, एल्युमिनियम फॉयल, बटर पेपर या प्लास्टिक शीट पर रखें। एक हाथ से मशीन को स्थिर पकड़ें और दूसरे हाथ से मशीन के हैंडल को घुमाकर चकली बनाएं। आप अपनी पसंद के अनुसार बड़ी या छोटी चकली बना सकते हैं। अगर सीधी चकली बनाना कठिन लग रहा है, तो पहले मशीन को घुमाते हुए एक लंबी रेखा बनाएं और फिर उसे गोलाकार में घुमाकर चकली का आकार दें।
Step-12: एक कढ़ाई में मध्यम आंच पर तेल गरम करें। यह सुनिश्चित करने के लिए कि तेल सही तापमान पर है या नहीं, थोड़ा सा आटा गरम तेल में डालें। अगर आटा बिना रंग बदले तुरंत सतह पर आ जाता है, तो तेल तैयार है। अगर आटा भूरा हो जाता है, तो तेल बहुत गर्म है। और अगर आटा तुरंत सतह पर नहीं आता, तो तेल पर्याप्त गर्म नहीं है।
जब तेल गरम हो जाए, तब उसमें 4-5 चकली डालें और उन्हें सुनहरा भूरा और कुरकुरा होने तक तलें। तलते समय, चकली को बीच-बीच में 2-3 बार पलटें ताकि वे समान रूप से सुनहरी हो जाएं। तली हुई चकली को एक प्लेट में पेपर नैपकिन पर निकाल लें।
अब आपकी कुरकुरी चकली तैयार हैं। उन्हें कमरे के तापमान पर ठंडा होने दें और फिर एक कंटेनर में संग्रहित करें। ये चकली 20 दिनों तक ताजगी बनी रहती हैं।
सुझाव | Tips
- गेहूं के आटे को भाप में पकाने से चकली कुरकुरी और स्वादिष्ट बनती है।
- चकली बनाने के लिए आप किसी भी बर्तन की दुकान से मशीन खरीद सकते हैं। यह मशीन विभिन्न प्रकार की जाली के साथ आती है, जिससे आप तीखा गाठिया, सेव, और अन्य स्नैक्स भी बना सकते हैं।
- चकली में तिल और अदरक-हरी मिर्च की पेस्ट डालने से इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है।
स्वाद | Taste: कुरकुरी और हल्की मसालेदार
परोसने का तरीका | To Serve: इसे दीवाली के अवसर पर चाय के साथ या मिठाई जैसे नानखताई, बादाम कुकीज़ या बर्फी के साथ पेश करें।