ब्लड प्रेशर की समस्या आजकल हर उम्र के लोगों में आम हो गई है। खुद की देखभाल के लिए लोग अधिकतर नियमित रूप से अपना ब्लड प्रेशर नापते हैं, जो कि अच्छी बात है। लेकिन घर पर ब्लड प्रेशर नापते समय कुछ लोग जाने-अनजाने मिस्टेक्स कर देते हैं, जिससे उनकी रीडिंग गलत हो सकती है।
बदलते समय में बदली बीमरियों की भी ‘डेफिनेशन’ | With changing times the definition of diseases also changed.
समय के साथ, बीमारियों की परिभाषा में भी परिवर्तन हुआ है। आजकल के व्यस्त जीवनशैली, बदलते पर्यावरण और सामाजिक दबावों के कारण लोग अनेक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। पहले समय में वृद्धावस्था में होने वाली बीमारियाँ अब युवा वर्ग में भी पाई जा रही हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि बीमारियों की परिभाषा भी बदल गई है। बीपी या ब्लड प्रेशर की समस्याएँ भी इसी श्रेणी में आती हैं, जो आजकल हर आयु समूह के लोगों में देखी जा रही हैं, चाहे वे वृद्ध हों या युवा।
बीपी की समस्या की नियमित जांच जरूरी | Regular checkup of BP problem is necessary
बढ़ती बीपी की समस्याओं को नियमित रूप से जांचने के लिए ब्लड प्रेशर की निगरानी महत्वपूर्ण है। इसलिए आजकल लोग अक्सर ‘ब्लड प्रेशर मॉनिटर’ का उपयोग कर रहे हैं ताकि वे अपने ब्लड प्रेशर को संबंधित समस्याओं के लिए स्थिर रख सकें। इस डिजिटल मशीन का उपयोग करके, लोग अपने घर पर ही ब्लड प्रेशर का स्तर निर्धारित कर सकते हैं। लेकिन बीपी की मापी के दौरान, कई लोग गलतियां कर देते हैं जो उनके नतीजे को प्रभावित कर सकती हैं। हार्वर्ड हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार, बीपी को मापते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इसका ज्ञान होना आवश्यक है।
घर पर ब्लड प्रेशर नापना सबसे सुरक्षित | It is safest to measure blood pressure at home.
हार्वर्ड हेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक, अक्सर कई शोधों में यह देखा गया है कि कुछ लोगों को डॉक्टर के क्लीनिक में जाने या डॉक्टर से मिलने के बाद मानसिक तनाव की वजह से उनका ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। जब उनका ब्लड प्रेशर नापा जाता है, तो वहां पर उच्च बीपी का पता चलता है। इस स्थिति को ‘व्हाइट कोट हाइपरटेंशन’ (White Coat Hypertension) भी कहा जाता है। ऐसे में, घर पर ब्लड प्रेशर की निगरानी करना सुरक्षित और सबसे अच्छा विकल्प होता है।
ब्लड प्रेशर मॉनिटर लेते समय सावधानी बरतें | Be careful when taking a blood pressure monitor
ब्लड प्रेशर मॉनिटर खरीदते समय सावधानी बरतें। सबसे पहले, मॉनिटर की गुणवत्ता और अच्छाई को ध्यान से जांचें। हार्वर्ड हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार, मशीन का मानकों के अनुरूप होना जरूरी है, और उसकी सहीता पर भी ध्यान दें। साथ ही, मॉनिटर के साथ आने वाले बैंड की साइज़ का भी ध्यान रखें, क्योंकि अगर वह अधिक छोटा हो, तो प्रेशर की गलत रीडिंग आ सकती है।
कैफीन, शराब और धूम्रपान से रक्तचाप प्रभावित होता है | Caffeine, alcohol and smoking affect blood pressure
हार्वर्ड हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार, ब्लड प्रेशर की माप कराने से कम से कम 30 मिनट पहले तक आपको कैफीन, शराब और धूम्रपान जैसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही, यदि आप ब्लड प्रेशर को नापने जा रहे हैं, तो कोशिश करें कि आधे घंटे किसी भी प्रकार का व्यायाम भी न करें। ऐसा इसलिए क्योंकि कैफीन और निकोटीन ब्लड वेसल्स को संकुचित करते हैं और आपकी हृदय गति को बढ़ाते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। शराब ब्लड वेसल्स को फैलाती है, जिससे संभवतः ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। और व्यायाम से ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट बढ़ता है।
शांत रहना बहुत जरूरी है | It is very important to remain calm
शांत रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है। एक रिपोर्ट के अनुसार, हमें अखबार पढ़ना, टीवी देखना या गाने सुनने जैसी सभी गतिविधियों से दूर रहना चाहिए। यह क्योंकि ये सभी चीजें हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर की स्तिथि पर अस्थिरता हो सकती है। इसके अलावा, जब भी आप अपने हाथ पर बैंडेज बाँधें, तो यह ध्यान दें कि आप उसे अपनी कोहनी के पास बाँधें, न कि किसी कपड़े पर और उसे मुख्य रूप से अपने हाथ पर ही बाँधें।
रक्तचाप मापते समय सही ढंग से बैठें | Sit correctly when measuring blood pressure
ब्लड प्रेशर नापने के समय, आपके बैठने के तरीके से भी गहरा संबंध होता है। जब भी आप अपना ब्लड प्रेशर नापते हैं, तो ध्यान दें कि आपके पैर फर्श पर सीधे हों और आपके हाथ कुर्सी के ऊपर फैले हों। इससे आपकी कोहनी लगभग हृदय के स्तर पर आती है और यह याद रखें कि आपके हाथ किसी चीज़ का सहारा न लें। यदि हाथ सहारा लेते हैं, तो मांसपेशियाँ सिकुड़ सकती हैं, जो ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। साथ ही, हाथ को हृदय के स्तर से ऊपर या नीचे रखने से नाप को प्रभावित हो सकता है।