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सोशल एंजायटी से पीड़ित व्यक्ति में दिखते हैं ये 5 लक्षण

a person suffering from social anxiety

सोशल एंजायटी एक प्रकार की मानसिक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति लोगों से मिलने-जुलने, बात करने में घबराता है। आइए एक्सपर्ट से जानें इस समस्या के कुछ अनदेखे लक्षण।

आज के मॉडर्न टाइम में सोशल होना बहुत जरूरी है। इससे हमें लोगों के व्यक्तित्व समझने और अपने कंफर्ट जोन से निकलने का मौका मिलता है। वही जो लोग इंट्रोवर्ट होते हैं या लोगों से मिलना पसंद नहीं करते हैं, उनमें अन्य लोगों के मुकाबले कम कॉन्फिडेंट होता है। कई लोगों के साथ यह स्थिति इतनी ज्यादा होती है, कि उन्हें लोगों का सामना करने में परेशानी होती है।

ऐसे मामलों में व्यक्ति सोशल एंजायटी का शिकार हो सकता है, जिसमें उसके लिए लोगों से बात कर पाना बिल्कुल भी संभव नहीं होता। सोशल एंजायटी एक मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति को आवश्यक दवाओं, काउंसिलिंग के जरिए स्वस्थ किया जा सकता है। लेकिन कई बार इसके लक्षण भी अनदेखे होते हैं, ऐसे में व्यक्ति को इस स्थिति का पता नहीं चल पाता। इस समस्या पर खुलकर बात करते हुए साइकोलॉजिस्ट और मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर ललित का एक पोस्ट सामने आया है, जिसमें उन्होंने सोशल एंजायटी (social anxiety symptoms) के अनदेखे लक्षणों पर खुलकर बात की है।

सोशल एंजायटी से पीड़ित व्यक्ति में दिखते हैं ये 5 लक्षण | 5 symptoms seen in a person suffering from social anxiety

1. दूसरों को खुद से बेहतर समझना | Considering others better than yourself

डॉ ललिता के अनुसार सोशल एंजायटी से प्रभावित व्यक्ति हमेशा दूसरों को खुद से बेहतर समझने की अपेक्षा रखता है। ऐसा उसे अनुभव होता है कि उसके समक्ष व्यक्ति उससे अधिक उत्कृष्ट हैं और किसी भी परिस्थिति में उन्हें पराजित कर सकता है। इस प्रकार के लोगों की आत्मविश्वास स्तर अधिक नहीं होता और वे हार या उपहास का भय महसूस करते हैं, जिससे वे समाज से अलग रहने की कोशिश करते हैं। इस प्रकार की स्थिति में, व्यक्ति के आत्मविश्वास को बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए। उसे व्यक्तिगत परामर्श और सहायता प्रदान करके उसकी हिम्मत बढ़ानी चाहिए।

2. कॉन्फिडेंट होने के लिए गलत आदतें अपनाना | Adopting wrong habits to be confident

विशेषज्ञों के अनुसार, सोशल एंजायटी से प्रभावित व्यक्ति को अपनी आत्मविश्वास को बनाए रखने के लिए अक्सर ऐसी बुरी आदतों में पड़ने की आशंका होती है, जैसे कि अल्कोहल या ड्रग्स का सेवन। ऐसे व्यक्ति सावधानी से सामाजिक घटनाओं से बचते हैं, ताकि उन्हें अन्य लोगों से नहीं मिलना पड़े। अगर आपका कोई करीबी ऐसी स्थिति से गुजर रहा है तो कृपया उन्हें विशेषज्ञों से सलाह लेने की सलाह दें।

3. मजाक बनने का डर होना | Fear of being made fun of

सोशल एंजायटी से पीड़ित व्यक्ति हमेशा लोगों से दूरी बनाए रखता है। उन्हें लगता है कि अगर वह बोलेंगे तो लोग उन्हें बोरिंग समझेंगे या उनका मजाक उड़ाएंगे। ऐसे व्यक्ति बातचीत में कंफ्यूज़ रहते हैं कि सामने वाले से क्या और कैसे बात करनी है। उन्हें ऐसा लगता है कि उनके अलावा हर व्यक्ति परफ़ेक्ट और कॉन्फ़िडेंट है। इस तरह की स्थिति में व्यक्ति अपनी बाउंड्री में कैद हो जाता है और करियर और व्यक्तिगत जीवन में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता।

4. गलतियां करने का डर | Fear of making mistakes

ऐसे लोगों को हमेशा यह डर लगता है कि लोगों से मिलने पर वे कोई न कोई गलती कर बैठेंगे और दूसरों की नजर में गिर जाएंगे। ऐसे व्यक्तियों के लिए आम जीवन में भी गलतियों का डर बना रहता है। इस डर से वे अक्सर सामान्य कार्यों को भी ठीक से नहीं कर पाते हैं। किसी के सामने या साथ होते ही हाथ कांपना, पसीने आना और छोटे-छोटे कामों में दिक्कत होना भी इस डर के लक्षण होते हैं।

5. अपनी भावनाएं व्यक्त न करना | Not expressing your feelings

जब कोई व्यक्ति इस मानसिक स्थिति से ग्रस्त होता है, तो वह अपनी भावनाओं को अक्सर अपने आस-पास के लोगों के साथ साझा नहीं कर पाता। ऐसे व्यक्ति को लगता है कि उनके विचारों को सुनकर दूसरे उन्हें नकारेंगे या नज़रअंदाज़ करेंगे। इस प्रकार की स्थिति में, व्यक्ति अपनी भावनाओं को दबाकर रख देता है। उन्हें लगता है कि उनके बयान बेकार हैं और अन्य को उनसे उबाऊ लगेगा।

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